NCERT Solutions for Class 8 Hindi वसंत-Chapter 19 लाख की चूड़ियाँ

Hindi, often perceived as an easy subject, tends to be underestimated by students despite being the mother tongue for a significant population in India. This misconception often leads to mistakes in exams. To excel in Hindi, students should recognize the need for dedicated effort and thorough preparation. It is advisable to start studying the stories and grammar sections well in advance, months before the exams.

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Students can access the NCERT Solutions for Class 8 Hindi वसंत-Chapter 19 लाख की चूड़ियाँ. Curated by experts according to the CBSE syllabus for 2023–2024, these step-by-step solutions make Hindi much easier to understand and learn for the students. These solutions can be used in practice by students to attain skills in solving problems, reinforce important learning objectives, and be well-prepared for tests.

लाख की चूड़ियाँ

Question 1 :

बचपन में लेखक अपने मामा के गाँव चाव से क्यों जाता था और बदलू को ‘बदलू मामा’ न कहकर ‘बदलू काका’ क्यों कहता था?

 

Answer :

गांव में लाख की चूड़ियाँ बनाने वाला कारीगर बदलू रहता था जो रंग-बिरंगी चूड़ियाँ बनाता था जिसके कारण लेखक बचपन में अपने मामा के गांव जाया करता था। लेखक बदलू काका से बेहद प्यार करता था उनके गांव के लोग उनको "बदलू काका" कहकर बुलाया करते थे इसलिए लेखक भी बदलू काका कहकर बुलाने लगा । वह लेखक को बहुत सारी लाख की गोलियां दिया करता था इसलिए लेखक अपने मामा के यहाँ बहुत ख़ुशी-ख़ुशी जाया करता था।  

 


Question 2 :

मशीनी युग से बदलू के जीवन में क्या बदलाव आया?

Answer :

बदलू के जीवन में मशीनों के आगमन से यह बदलाव आया की वह अब बेरोजगार हो चूका है उसका घर चलाना बेहद मुश्किल हो गया है। काम न करने से उसका शरीर भी समय से पहले बूढ़ा दिखने लगा है वह बीमार भी रहने लगा है।  

 


Question 3 :

वस्तु-विनिमय क्या है? विनिमय की प्रचलित पद्धति क्या है?

 

Answer :

जब किसी एक वस्तु या सेवा के बदले दूसरी वस्तु या सेवा का लेन-देन होता है तो इसे वस्तु विनिमय कहते हैं। जैसे एक गाय लेकर 10 बकरियाँ देना।  मुद्रा के प्रादुर्भाव के पहले सारा लेन-देन (विनिमय) वस्तु-विनिमय के रूप में ही होता था। विनिमय की प्रचलित पद्धति धन है। 

 


Question 4 :

मशीनी युग’ ने कितने हाथ काट दिए हैं।’ – इस पंक्ति में लेखक ने किस व्यथा की ओर संकेत किया है?

Answer :

 "मशीनी युग’ ने कितने हाथ काट दिए हैं।" इस पंक्ति में लेखक ने कारीगरों की दुःखद व्यथा की ओर संकेत किया है इस पंक्ति से लेखक का यह तात्पर्य है की मशीनों के आने से कारीगरों के हाथ काटने के साथ-साथ उनके पेट पर भी लात मारी गयी है। कारीगरों का घर उनकी मेहनत-मजदूरी से ही चलता था। इसके अलावा उनके पास और कोई हुनर नहीं होता जिससे वह अपना घर चला सकें। वह अपने आने वाली पीढ़ी को भी मजदूरी करना ही सिखाते है लेकिन मशीनों के आने से इनकी रोजी रोटी छीन गई  है जिसके कारण वह बेरोजगार है।


Question 5 :

 बदलू के मन में ऐसी कौन-सी व्यथा थी, जो लेखक से छिपी न रह सकी?

 

Answer :

बदलू लाख की चूड़ियाँ बना कर उनको बेच कर ही अपना घर चलाता था। लेकिन जैसे ही मशीनों ने प्रवेश किया लोगो ने कांच की चूड़ियों को ज्यादा पसंद किया जिसके कारण बदलू का काम ठप्प हो गय। अपने व्यवसाय की यह दुर्दशा देख बदलू मन ही मन उदास होने लग। बदलू यह सोचने लगा की मशीनों का प्रयोग ज्यादा होने से उसके जैसे कई और कारीगरों को अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ा होगा।  अब लोग कारीगरों की बनाई चीजों से ज्यादा मशीनों से बनी चीजें ज्यादा पसंद करते है। यही वह व्यथा है जो लेखक से छिपी न रह सकी।


Question 6 :

लाख की वस्तुओं का निर्माण भारत के किन-किन राज्यों में होता है? लाख से चूड़ियों के अतिरिक्त क्या-क्या चीज़ें बनती है? ज्ञात कीजिए।

Answer :

लाख की वस्तुओँ का निर्माण राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश व गुजरात में होता है। लाख से चूड़ियों के अतिरिक्त कई प्रकार के आभूषण, खिलौने व साज-सजावट का सामान बनाया जाता है।

 


भाषा की बात

Question 1 :

7 बदलू को किसी बात से चिढ़ थी तो काँच की चूडि़यों से’ और बदलू स्वयं कहता है -” जो सुंदरता काँच की चूडि़यों में होती है लाख में कहाँ संभव है? ”ये पंक्तियाँ बदलू की दो प्रकार की मनोदशाओं को सामने लाती हैं। दूसरी पंक्ति में उसके मन की पीड़ा है। उसमें व्यंग्य भी है। हारे हुए मन से, या दुखी मन से अथवा व्यंग्य में बोले गए वाक्यों के अर्थ सामान्य नहीं होते। कुछ व्यंग्य वाक्यों को ध्यानपूर्वक समझकर एकत्र कीजिए और उनके भीतरी अर्थ की व्याख्या करके लिखिए।

 

Answer :

व्यंग्य वाक्य - “अब वो पहले वाली बात कहाँ ?” 

व्याख्या - आज कल किसी के भी मुँह से यह सुनने को मिलता है की अब वो पहले वाली बात कहाँ ? यानि की किसी भी चीज में चाहे वह खाना हो या फिर लोग। सभी यही कहते है की अब वह पहले वाली बात कहाँ ? 

 


Question 2 :

 बदलू’ कहानी की दृष्टि से पात्र है और भाषा की बात (व्याकरण) की दृष्टि से संज्ञा है। किसी भी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, विचार अथवा भाव को संज्ञा कहते हैं। संज्ञा को तीन भेदों में बाँटा गया है –

(क) व्यक्तिवाचक संज्ञा, जैसे – लला, रज्जो, आम, काँच, गाय इत्यादि

(ख) जातिवाचक संज्ञा, जैसे – चरित्र, स्वभाव, वजन, आकार आदि द्वारा जानी जाने वाली संज्ञा।

(ग) भाववाचक संज्ञा, जैसे – सुंदरता, नाजुक, प्रसन्नता इत्यादि जिसमें कोई व्यक्ति नहीं है और न आकार या वजन। परंतु उसका अनुभव होता है। पाठ से तीनों प्रकार की संज्ञाएँ चुनकर लिखिए।

 

Answer :

(क) व्यक्तिवाचक संज्ञा – बदलू, जनार्दन, रज्जो। 

(ख) जातिवाचक संज्ञा – आदमी, मकान ,शहर।

(ग) भाववाचक संज्ञा – स्वाभाव,व्यथा ,रूचि।

 


Question 3 :

9 गाँव की बोली में कई शब्दों के उच्चारण बदल जाते हैं। कहानी में बदलू वक्त (समय) को बखत, उम्र (वय/आयु) को उमर कहता है। इस तरह के अन्य शब्दों को खोजिए जिनके रूप में परिवर्तन हुआ हो, अर्थ में नहीं।

 

Answer :

सकूल - स्कुल

एतवार - इतवार

बलब - बल्ब

गिलास - ग्लास

 


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